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(1)वित्तीय व्थिरता ररपोर्ट अंक संखया 18 भारतीय ररज़र्व बैंक दिसंबर 2018 (2)© भारतीय ररज़र्व बैंक सरा्वदिकार सुरदषित। इस सामग्ी के उद्धरण की अनुमदत है, बशतते स्रोत करो िशा्वया जाए । यह प्रकाशन इंटरनेट http://www.rbi.org.in पर भी उपलबि ह

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Academic year: 2022

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(1)

वित्तीय व्थिरता ररपोर्ट

अंक संखया 18

भारतीय ररज़र्व बैंक

दिसंबर 2018

(2)

© भारतीय ररज़र्व बैंक

सरा्वदिकार सुरदषित। इस सामग्ी के उद्धरण की अनुमदत है, बशतते स्रोत करो िशा्वया जाए । यह प्रकाशन इंटरनेट http://www.rbi.org.in पर भी उपलबि है ।

इस ररपरोट्व के फीडबैक [email protected] करो भेजें ।

दरत्ीय द्थिरता इकाई, भारतीय ररज़र्व बैंक, मुंबई 400001 द्ारा प्रकादशत तथिा जयंत दप्रंटरी, 352/54, दिरिाँर ररोड, मुरलीिर कमपाउंड, ठाकुरद्ार परो्ट ऑदफस के पास, मुंबई – 400002 द्ारा अदभकद्पत एरं मुदरित।

(3)

आमुख

दरधरंसकारी वयापाररक संघर्व की संभारना से दन्तेज पड़ िए रैदविक आदथि्वक पररदृश्यों में उ्लेखनीय रूप से नरमी आई है, यद्यदप इस समय प्रमुख अथि्ववयर्थिाओं में मंिी का हलका जरोदखम भी प्रतीत हरो रहा है । सन 2018 के अंदतम भाि में रैदविक दरततीय बाज़ारों के पररचलन उनके अपने जरोदखम आकलनों की दशद्टंि करो रैदविक संरृदद्ध की तरफ करो दिखाते हैं । आिे िेखें तरो रैदविक वयापार और दनरेश दनयमों का दरशुद्धतम और वयापार में िरोनों पषिों के दलए लाभिायक सौिों की तरफ ले जा सकता है ।

्रिेश में िेखें तरो यद्यदप 2018-19 की िूसरी दतमाही में जीडीपी की संरृदद्ध 7.1 प्रदतशत पर रही जरो बाज़ार की प्रतयाशाओं से

कम रही, तथिादप कचचे तेल की कीमतों में हाल ही में हुई दिरारट के साथि सकल ्थिायी पूँजी दनरूपण में आई उछाल से आिे चलकर सुद्थिर संरृदद्ध रहेिी ।

िबार की लंबी अरदि के बाि बैंदकंि षिेत्र भी बहाली के रा्ते पर प्रतीत हरो रहा है क्योंदक बेमेल आद्तयों का बरोझ कम हुआ है;

दसतंबर 2015 के बाि सकल एनपीए में पहली बार छमाही-दिरारट और प्रारिान कररेज अनुपात में सुिार सकारातमक संकेतों के रूप में

रहे । िबार-परीषिण पररणामों से प्रकट हरोता है दक एनपीए अनुपात में और भी सुिार हरोिा, यद्यदप इसका रत्वमान ्तर अभी भी सामान्य से ऊपर ही बना हुआ है । सरकारी षिेत्र के बैंकों में आद्त के बेमेलपन के बढे हुए पररज्ान द्ारा दरन्य्त महतरपूण्व लाितों के बारजूि

प्रतीत हरोता है दक यह क्ेदडट आकलन में अतयदिक अनुशासन, बाज़ार जरोदखम के प्रदत उचचतर संरेिनशीलता और पररचालनित जरोदखमों के बेहतर मू्यांकन करने की दिशा में ले िया है ।

इन भािीिारों द्ारा दकए िए अपररदमत प्रयास के दलए अदभशासन और दनिरानी वयर्थिा का सहारा भी अपेदषित है दजसके समथि्वन में कमजरोर पीएसबी का पुनपूूंजीकरण भी दकया जाए । अतयदिक अपेदषित क्ेदडट अनुशासन करो मजबूत बनाने हेतु दिराला और शरोिन अषिमता संदहता ने सं्थिाित रूप से मौजूि अंतराल करो भर दिया है । हालांदक कुछ संक्प अभी भी पररकद्पत समय सीमा से पीछे

चल रहे हैं । इस क्ेदडट पाइपलाइन करो बािारदहत बनाने में बेमेल आद्तयों के समयबद्ध समािान करो लंबा रा्ता तय करना है । इस प्रकार अथि्ववयर्थिा में आबंटन संबंिी िषिता का सुिार हरोिा ।

क्ेदडट मधय्थिता के बैंकों से हटकर िैर-बैंकों की तरफ हुई दश्ट ने कापपोरेट षिेत्र करो दरततीय दलखतों का दरदरितापूण्व चयन प्रिान कर दिया है । बाज़ार-मधय्थिता राले ऐसे क्ेदडट प्रराहों के दलए सूचनापरक और प्रदतसािी क्ेदडट रेदटंि फ्ेमरक्व के साथि-साथि

समुदचत मू्यांकन वयर्थिा के रूप में प्रबल समथि्वक अरसंरचना की अपेषिा रहती है । इन िरोनों ही षिेत्रों में भारतीय प्रदतभूदत और दरदनमय बरोड्व (सेबी) ने अभी हाल ही में महतरपूण्व उपाय दकए हैं । इसी प्रकार िैर बैंदकंि दरततीय कंपदनयों में हाल ही की िदतदरदियों ने

जरोदखम उठाने में अदिकादिक दररेकशील हरोने की जरूरत करो रेखांदकत दकया है । अतयदिक क्ेदडट बढरोतरी करो दफर से संतुदलत करने

की दरशेर तौर पर जरूरत है, खासकर तब जब अ्पकालीन दरततपरोरण दकया िया हरो, चाहे यह षिेत्रकीय हरो या समग् रूप से हरो, और

्थिादयतर में बढरोतरी नहीं कर रहा हरो । दरततीय संिुटों की दनिरानी हेतु फ्ेमरक्व पर भी करीबी धयान िेना अपेदषित है ।

यद्यदप भारत जैसी उिीयमान अथि्ववयर्थिा की संरृदद्ध संबंिी जरूरतों करो समथि्वन िेने में बैंकों और िैर-बैंकों की भूदमका सर्वमान्य है तथिादप जरोदखम प्रबंिन की अनररत, दररेकशील और प्रबल पररपाटी पर जरोर बना रहना चादहए ।

रैदविक और ्रिेशी िरोनों ही में सामने आ रही िदतदरदियों में से कुछ और उनके साथि जुड़े जरोदखमों करो दरततीय द्थिरता ररपरोट्व के इस 18रें अंक में दिया िया है । िबार परीषिण और प्रिूरक प्रभारों के दरश्लेरण के माधयम से प्रणालीित प्रदतकार का आकलन भी

ररपरोट्व में दकया िया है तादक सामने आ रही कमजरोररयों पर धयान और दरततीय द्थिरता संबंिी दचंताओं के आकलन में मिि की जा

सके ।

शवतिकांत दास

िरन्वर

31 दिसंबर 2018

(4)
(5)

विषय-सूचती

पृष्‍ठ सं.

आमुख

चयवित संवषिपताषिरों की सूचती i-ii

विहंगािलोकि 1

अधयाय । : समवटि-वित्तीय जोवखम 3-17

रैदविक अथि्ववयर्थिा 3

घरेलू समदटि दरत्ीय िदतदरदियां 10

अधयाय II : वित्तीय सं्थिाएं: सुदृढ़ता और समुतथिािशवति 18-53

अनुसूदचत रादणद्यक बैंक 18

काय्वदनषपािन 18

जरोदखम 24

समुतथिानशदति – िबार परीषिण 25

अनुसूदचत शहरी सहकारी बैंक 34

काय्वदनषपािन 34

समुतथिानशदति – िबार परीषिण 35

िैर-बैंदकंि दरत्ीय कंपदनयां 35

काय्वदनषपािन 35

समुतथिानशदति – िबार परीषिण 37

दरत्ीय मधय्थिों का सूक्म, लघु और मधयम उद्यमों (एमएसएमई) में

एक्सपरोजर - एक तुलनातमक दरश्ेरण 37

दरत्ीय प्रणाली का नेटरक्व 42

अधयाय III : वित्तीय षिषेत्र: विवियमि एिं गवतविवियां 54-83

अंतरराषट्ीय और घरेलू िदतदरदियां 54

अन्य िदतदरदियां, बाज़ार प्रथिाएँ और पय्वरेषिी मुद्े 67

अिुबंि 1: सिाांगती जोवखम सिवेषिण 84

अिुबंि 2: काय्टप्रणावलयां 88

(6)

पृष्‍ठ सं.

दररय-सूची

बॉक्सों की सूचती

1.1 क्या यह अलि समय है? यूएस िर रृदद्ध चक् के कॉरपरोरेट ्प्रैड में जरोदखम रदहत रक् और

िदतदरदियां 5

2.1 पीसीए बैंक: संक्ामकता दरश्ेरण का उपयरोि करके उनके प्रणालीित पिदचह्न में परररत्वन का अनुमान 52

3.1 दरत्ीय संिुट – पहचान एरं दनिरानी – एक िहन अरलरोकन 57

3.2 मयुचयुअल फंडों द्ारा चलदनदि जरोदखम प्रबंिन का फ्ेमरक्व 68

3.3 पय्वरेषिी प्रौद्यरोदिकी की ओर अग्सर 74

3.4 जरोदखम सं्कृदत 80

चार्ट की सूचती

1.1 दरवि आदथि्वक संरृदद्ध िर 3

1.2 जेपी मॉि्वन गलरोबल पीएमआई 3

1.3 बलूमबि्व दरत्ीय द्थिदत सूचकांक 4

1.4 अमरीकी द्थिर आय आपूदत्व 4

1.5 लाईबॉर-ओआईएस ्प्रैड 6

1.6 दरततीय आद्तयों का दनरल अदिग्हण – जापान और यूररो षिेत्र 6

1.7 यूररो और जेपीराई की आिार मुरिाओं में 10 ररषीय यूएस खजाना दनरल हे्ड प्रदतलाभ 7

1.8 ररषीय पर्पर मुरिा लेनिेन आिार का दरकास 7

1.9 रैदविक वयापार मात्रा में माह-िर-माह परररत्वन 7

1.10 यूएस – वयापार तनारों में रा्तदरक जीडीपी का दरचलन 8

1.11 चीन – वयापार तनारों में रा्तदरक जीडीपी का दरचलन 8

1.12 बलूमबि्व पण्य सूचकांक 8

1.13 यूएस उचच प्रदतफल बॉन्ड सूचकांक तथिा अद्थिरता सूचकांक 9

1.14 यूएस िैर-दरत्ीय कॉरपरोरेट बकाया ऋण 9

1.15 यूएस ट्ेजरी में ईएम दनरेश ग्ेड ्प्रेड 9

1.16 यूएस डॉलर सूचकांक की तुलना में ईएम मुरिा का प्रिश्वन 10

1.17 कुल राषट्ीय आय 10

1.18 चालू खाता और मचचेंडाइज़ वयापार घाटा 11

1.19 मचचेंडाइज़ आयात रृदद्ध के संघटक 12

1.20 भारतीय इदक्रटी का सापेदषित मू्यांकन 12

1.21 एफ़पीआई प्रराह 12

1.22 एफपीआई के प्रराह - उभरते हुए बाजार 13

1.23 VIX और दरिेशी दरदनमय ऑपशन उतार-चढार 13

1.24 रादणद्यक षिेत्र करो संसािनों का प्रराह 13

1.25 मयूचुअल फंड संसािन संग्हण (मादसक) 14

(7)

पृष्‍ठ सं.

1.26 दभन्न-दभन्न दनरेशक दरन्यास – डेट फंड 15

1.27 दभन्न-दभन्न दनरेशक दरन्यास – चलदनदि/ मुरिा बाजार फंड 15

1.28 अंतर-बैंक जमा िर में उतार-चढार 15

1.29 आरास बाजार की िदतदरदियां 17

1.30 अनदबके मकानों की तुलना में दबके आरास का अनुपात और लॉन्च-टू-से्स अनुपात 17

2.1 दनषपािन के चुदनंिा संकेतक 19

2.2 चुदनंिा आद्त िुणरत्ा संकेतक 21

2.3 षिेत्ररार आद्त िुणरत्ा संकेतक 22

2.4 बड़े उिारकता्वओं के चुदनंिा आद्त िुणरत्ा संकेतक 23

2.5 बैंदकंि द्थिरता संकेतक 24

2.6 बैंदकंि द्थिरता मानदचत्र 24

2.7 समदटि-आदथि्वक पररदृश्य पररक्पनाएं 25

2.8 एससीबी के जीएनपीए अनुपात का अनुमान 25

2.9 सीआरएआर का पूरा्वनुमान 26

2.10 सीईटी 1 पूंजी अनुपात का पूरा्वनुमान 27

2.11 ऋण जरोदखम - आघात और प्रभार 28

2.12 बैंकों का सीआरएआर-रार दरतरण 28

2.13 सीआरएआर में बिलार का दर्तार 28

2.14 ऋण संकेंरिीकरण जरोदखम: वयदतिित उिारकता्व - िबारग््त अदग्म 29

2.15 ऋण संकेंरिीकरण जरोदखम: वयदतिित उिारकता्व - एक्सपरोजर 29

2.16 एएफ़एस परोट्वफरोदलयरो का अरदिरार दरतरण 31

2.17 एचएफ़टी परोट्वफरोदलयरो का अरदिरार दरतरण 32

2.18 इदक्रटी कीमत जरोदखम 33

2.19 चलदनदि जरोदखम: आघात और नििी ्टॉक पर प्रभार 33

2.20 कुल डेरररेदटर परोट्वफरोदलयरो का एमटीएम – चुदनंिा बैंक – दसतंबर 2018 34

2.21 िबार परीषिण – चुदनंिा बैंकों के डेरररेदटर परोट्वफरोदलयरो पर आघातों का प्रभार 34

2.22 एनबीएफसी षिेत्र के चुदनंिा अनुपात 36

2.23 एमएसएमई ऋणों के 1-रर्व की अरदि में चूक की संभारना 37

2.24 िीघा्वरदि रेदटंि (2007-17) के दलए चूक के प्रदत दक्दसल 1 ररषीय औसत संक्मण िर 38

2.25 एमएसएमई ऋणों का रेदटंि दरतरण 38

2.26 एमएसएमई षिेत्र का ऋण एक्सपरोज़र (` दट्दलयन में) 38

2.27 बाजार दह्सेिारी में सापेषि उतार-चढार : बाजार दह्सेिारी का पीएसबी से पीरीबी और एनबीएफसी की

ओर ्थिानांतरण 39

2.28 सापेषिी एक्सपरोज़र के अनुसार सूक्म और एसएमई षिेत्र में एनपीए प्ररोफाइल 39

2.29 ऋणिाता-प्रकार के अनुसार एनपीए प्ररोफाइल 39

2.30 ऋणिाताओं के बीच रत्वमान संदरभाि का रेदटंि दरतरण : माच्व 2018 40

(8)

पृष्‍ठ सं.

दररय-सूची

2.31 दद्पषिीय एक्सपरोजर 42

2.32 दरत्ीय प्रणाली का नेटरक्व पलाट- दसतंबर 2018 43

2.33 सं्थिाओं की दनरल प्रापय (+) / िेय रादशयाँ (-) 44

2.34 अंतर बैंक बाजार 44

2.35 दरदभन्न बैंक समूहों की अंतर बैंक बाजार में दह्सेिारी 44

2.36 दनदि आिाररत अंतर बैंक की संरचना 45

2.37 भारतीय बैंदकंि प्रणाली की नेटरक्व संरचना (एससीबी+एसयूसीबी) – दसतंबर 2018 46

2.38 बैंदकंि प्रणाली (सीबी) के संबद्धता आँकड़े 46

2.39 आद्त प्रबंिन कंपदनयों की सकल प्रापय रादशयां 47

2.40 बीमा कंपदनयों की सकल प्रापय रादशयां 47

2.41 एनबीएफसी की सकल प्रापय रादशयां 48

2.42 एचएफसी द्ारा सकल िेय रादशयां 48

2.43 सीपी बाजार 49

2.44 सीपी – अदभितत (िनातमक) / दनि्वत (ऋणातमक) 49

2.45 प्रदतदनदिक संक्ामक पलॉट - बैंक की दरफलता का प्रभार 50

2.46 शरोिन षिमता हादन 51

2.47 चलदनदि हादन 51

2.48 बैंक दडफॉ्ट की संखया 51

2.49 समदटि आदथि्वक झटकों के बाि संक्ामकता का प्रभार (शरोिन षिमता संक्ामकता) 53

3.1 आंतररक जरोदखम मॉडल के प्रयरोि द्ारा प्ररृत् पूंजी पया्वप्तता में परररत्वनीयता: 32 प्रमुख दरत्ीय सं्थिाएं 55

3.2 आंतररक मॉडल एरं मानकीकृत अप्ररोच के आिार पर जरोदखम भारों की तुलना:

32 प्रमुख दरत्ीय सं्थिाएं 55

3.3 एनसीएलटी में दरत्ीय िारों की रसूली िरें (दसतंबर 2018 तक) 62

3.4 एसआईपी की संखया में रृदद्ध (संखया, दमदलयन में) 68

3.5 रेदटंि काय्व के अनुसार सूचीबद्ध कंपदनयों के ऋण दनि्वमनरोम का प्रदतशत 70

3.6 प्राइमरी माकतेट में जुटाई िई पूंजी 71

3.7 कापपोरेट बॉण्ड के श्ेणीरार जारीकता्व और अदभिाता 71

3.8 भारतीय और अंतरराषट्ीय कमरोदडटी सूचकों की िदतदरदियां 72

3.9 अदखल भारतीय डेरररेदटवज टन्वओरर (्यूचस्व र दरक्प) में उतपािन षिेत्र के अनुसार दह्सेिारी 73

3.10 बैंदकंि षिेत्र में ररपरोट्व दकए िए िरोखािड़ी के मामले (शादमल रादश >= `0.1 दमदलयन) 77

3.11 समग् रूप से ररपरोट्व की िई िरोखािड़ी की रादश में बैंक समूहों की सापेषि दह्सेिारी

(शादमल रादश >= `0.1 दमदलयन) 77

3.12 ररपरोट्व दकए िए कुल िरोखािड़ी में से श्ेणीरार िरोखािड़ी का अंश (शादमल रादश >= `0.1 दमदलयन)

(जून 2017 से दसतंबर 2018) 78

3.13 ररपरोट्व दकए िए अदग्म संबंिी िरोखािड़ी (शादमल रादश >= `0.1 दमदलयन) 78

3.14 प्रमुख बैंक समूहों के पररचालन जरोदखम हेतु जरोदखम-भाररत आद्तयां तथिा ररपरोट्व दकए िए िरोखािड़ी में

संबंदित अंश (दरत् रर्व 2014-15 से दरत् रर्व 2017-18) 79

(9)

सारवणयों की सूचती

2.1 ऋण संकेंरिीकरण जरोदखम: समूह उिारकता्व – एक्सपरोजर 30

2.2 उप-षिेत्रीय आघातों के कारण जीएनपीए में रृदद्ध-दसतंबर 2018 30

2.3 उप-षिेत्रीय आघातों करो सहन करने में नाकाम रहने राले बैंकों की संखया 30

2.4 प्रणालीित सीआरएआर में (आिार अंकों) दिरारट (घटते क्म में) 31

2.5 बयाज िर जरोदखम- बैंक समूह- आघात और प्रभार 32

2.6 एनबीएफसी षिेत्र का सकल तुलन पत्र : रर्व-िर-रर्व रृदद्ध 35

2.7 एनबीएफसी षिेत्र के चुदनंिा अनुपात 36

2.8 ऋणिाताओं में क्ेदडट ्पेक्ट्म के बीच रृदद्धशील एमएसएमई उिारकता्वओं का दरतरण 40

2.9 ऋणिाताओं के बीच सीएमआर 7-10 षिेत्र में आद्त अज्वन का अनुपात 40

2.10 `50 दमदलयन से < के समग् एक्सपरोज़र राले खातों का रृदद्धशील एक्सपरोज़रः

माच्व 2016-माच्व 2017

41

2.11 `50 दमदलयन से < के समग् एक्सपरोज़र राले खातों का रृदद्धशील एक्सपरोज़रः

माच्व 2017-माच्व 2018

41 2.12 दरत्ीय रर्व के भीतर नए अज्वन में एनपीए द्लपेज : दरत्ीय रर्व 2016-17 41

2.13 दरत्ीय रर्व के भीतर नए अज्वन में एनपीए द्लपेज : दरत्ीय रर्व 2017-18 41

2.14 अंतर षिेत्र आद्तयां और िेयताएँ – दसतंबर 2018 (` दबदलयन) 43

3.1 अंशिाता संखया में रृदद्ध 60 60

3.2 एयूएम रृदद्ध 60 60

3.3 कॉपपोरेट शरोिन अषिमता समािान प्रदक्याएँ (सीआईआरपी) – कॉपपोरेट िेनिारों की संखया 61 61

3.4 कॉपपोरेट दिरादलयापन समािान प्रदक्या (सीआईआरपी) का आरंभ 61 61

3.5 पररसमापन में समाप्त हरोने राले कॉपपोरेट िेनिारों का दरतरण 61 61

3.6 प्रमुख दरदनयामकीय पहल (जून-2018-नरंबर 2018) 62

3.7 दनदियों के प्रराह की प्ररृदत् (` दबदलयन) 67

3.8 दपछले 5 दरत्ीय ररषों तथिा दरत्ीय रर्व 2018-19 की पहली छमाही के िौरान ररपरोट्व दकए िए िरोखािड़ी के

मामले (शादमल रादश >= `0.1 दमदलयन) 76

पृष्‍ठ सं.

(10)

चयवित संवषिप्ाषिरों की सूचती

एए न्यायदनण्वयन प्रादिकारी

एईआर रादर्वक आदथि्वक ररपरोट्व एई उन्नत अथि्ववयर्थिाएं

एएफएस दबक्ी हेतु उपलबि

एआईएफआई अदखल भारतीय दरततीय सं्थिाएं

एएमसी आद्त प्रबंिन कंपदनयां

एएमएफआई भारतीय पार्पररक दनदि संघ

एपीआई अटल पेंशन यरोजना

एएसआईसी आ्ट्ेदलयन दसक्युररटीज़ एंड इन्रे्टमेंट कमीशन

बीसीबीएस बैंदकंि पय्वरेषिण पर बासेल सदमदत बीआईएफआर औद्यरोदिक और दरततीय पुनदन्वमा्वण बरोड्व बीआईएस अंतरराषट्ीय दनपटान बैंक

बीओआई बैंक ऑफ़ इटली

बीएसआई बैंदकंि द्थिरता संकेतक

सीडी कॉपपोरेट िेनिार

सीडी जमा प्रमाणपत्र

सीईआरटी-दफन दरततीय षिेत्र में कंपयूटर आपातकालीन प्रदतदक्या टीम

सीईटी सामान्य इदक्रटी दटयर

सीएफडी दडफरन्स करार

सीआईआरपी कॉपपोरेट शरोिन-अषिमता समािान प्रदक्या

सीएमआर दसदबल एमएसएमई रैंक

सीपी रादणद्यक पत्र

सीआरए क्ेदडट रेदटंि एजेंदसयां

सीआरएआर जरोदखम भाररत आद्तयों की तुलना में

पूंजी अनुपात

सीआरआईएलसी बड़े ऋणों की जानकारी की केंरिीय ररपरोदज़टरी

डीएनबी दि नीिरलैंड बैंक

डीएसआईआई घरेलू प्रणालीित रूप से महतरपूण्व बीमाकता्व

ईबीपीटी प्रारिान और कर पूर्व अज्वन

ईसीबी यूररोपीय केंरिीय बैंक ईसीबी बाह्य रादणद्यक उिार ईसीएल प्रतयादशत क्ेदडट ऋण ईएफई पात्र दरिेशी सं्थिाएं

ईएमडीई उभरते बाज़ार और दरकासशील अथि्ववयर्थिाएं

ईएम उभरते बाज़ार

ईओएनआईए यूररो एकदिरसीय सूचकांक औसत ईआरडी प्रभारी राज्र घाटा

ईएसटीईआर यूररो अ्पारदिक िर ईयूआरआईबीओआर यूररो अंतर-बैंक प्र्तादरत िर

एफएएलएलसीआर चलदनदि कररेज अनुपात हेतु चलदनदि

पाने की सुदरिा

एफबी दरिेशी बैंक

एफसी दरततीय संिुट

एफसीए फाइनैदन्शयल कन्डक्ट एथिॉररटी ऑफ़ यूके

एफसीआई दरततीय द्थिदत सूचकांक एफडीआई प्रतयषि दरिेशी दनरेश एफआईएनसीओएन दरततीय संिुट दरररदणयां

एफएमआईस दरततीय बाज़ार अरसंरचनाएं

एफपीआई दरिेशी परोट्वफरोदलयरो दनरेशक

एफआरबीएम राजकरोरीय उततरिादयतर और बजट प्रबंि

एफआरटीबी वयापार बही की मूलभूत समीषिा

एफएसबी दरततीय द्थिरता बरोड्व

एफएसडीसी दरततीय द्थिरता और दरकास परररि्

जीडीपी सकल घरेलू उतपाि

जीएनपीए सकल अनज्वक आद्तयां

जीरीए यरोदजत सकल मू्य

एचएफसी आरास दरतत कंपदनयां

एचएफटी ट्ेदडंि के दलए िाररत

एचक्यूएलए उचच िुणरतता राली चलदनदिित आद्तयां

एचराई अदिक उपज

(11)

आईबीबीआई भारतीय दिराला और शरोिन अषिमता

बरोड्व

आईबीओआर अंतर-बैंक प्र्तादरत िरें

आईसीआर बीमा िारा हादन अनुपात

आईएफआरएस अंतरराषट्ीय दरततीय ररपरोदटूंि मानक इंड एएस भारतीय लेखांकन मानक

आईओएससीओ इंटरनैशनल ऑि्वनाइज़ेशन ऑफ़ दसक्यूररटीज़ कमीशन

आईआरएसी आय दनिा्वरण और आद्त रिषीकरण आईआरडीएआई भारतीय बीमा दरदनयामक और दरकास

प्रादिकरण

आईआरएफ अंतर- दरदनयामकीय मंच आईआरएस बयाज िर ्रैप

एलसीआर चलदनदि कररेज अनुपात एमबीए सहायता संघ/ बहु बैंदकंि वयर्थिा

एमएफ मयूचुअल फंड

एमएचपी न्यूनतम िाररता अरदि

एमएमएमएफ मुरिा बाज़ार मयूचुअल फंड

एमआरसी करोर दनपटान िारंटी दनदि हेतु अपेदषित न्यूनतम करोर

एमआरआर न्यूनतम प्रदतिारण अपेषिा

एमएसएफ सीमांत ्थिायी सुदरिा

एमएसएमई सूक्म, लघु और मधयम उद्यम एमटीएम बाज़ार भार पर िशा्वना

एनएरी दनरल आद्त मू्य

एनबीएफसी िैर-बैंदकंि दरततीय कंपदनयां

एनबीएफसी-डी िैर-बैंदकंि दरततीय कंपदनयां – जमारादश

्रीकारने राली

एनबीएफसी-एनडी-एसआई िैर-बैंदकंि दरततीय कंपदनयां –

िैर-जमारादश ्रीकारने राली – प्रणालीित रूप से महतरपूण्व एनडीटीएल दनरल मांि और मीयािी िेयताएं

एनआईएम दनरल बयाज मादज्वन एनएनपीए दनरल अनज्वक आद्तयां

एनपीए अनज्वक आद्त

एनपीएस राषट्ीय पेंशन प्रणाली

एनएसएफआर दनरल ्थिायी दनदियन अनुपात एनटीबी बैंक करो नराित

ओसी पररचालनित लेनिार

ओई पररचालनित वयय

ओएमओ खुले बाज़ार के पररचालन

ओओआई अन्य पररचालनित आय

पीसीए तरररत सुिारातमक कार्वराई पीसीई आंदशक क्ेदडट रृदद्ध पीसीआर प्रारिान कररेज अनुपात

पीएफआरडीए पेंशन दनदि दरदनयामक और दरकास प्रादिकरण

पीएफ पेंशन दनदियां

पीरीबी दनजी षिेत्र के बैंक क्यूई मात्रातमक सुलभता

आरबीसी जरोदखम आिाररत पूंजी

आरओए आद्तयों पर प्रदतलाभ आरओई इक्रटी पर प्रदतलाभ आरएसए पुनर्वदचत मानक अदग्म आरडबलयूए जरोदखम भाररत आद्तयां

एससीबी अनुसूदचत रादणद्यक बैंक

सेबी भारतीय प्रदतभूदत और दरदनमय बरोड्व एसआईआई प्रणालीित रूप से महतरपूण्व बीमाकता्व एसआईपी प्रणालीित दनरेश यरोजनाएं

एसएलए सेरा ्तरीय करार

एसएलआर सांदरदिक चलदनदि अनुपात एसएमए दरशेर उ्लेख राला खाता

एसएमएसी दद्तीयक बाज़ार परामश्विात्री सदमदत एसओएफआर प्रदतभूत एकदिरसीय दरततीयन िर एसओएनआईए ्टदलूंि एकदिरसीय सूचकांक औसत एसएसबी मानक-दनिा्वरक दनकाय

एसयूसीबी अनुसूदचत शहरी सहकारी बैंक

टीईआर कुल वयय अनुपात

डब्यूईओ दरश्र आदथि्वक पररदृश्य

ii

(12)
(13)

विहगािलोकन

समवटि-वित्तीय जोविम

िैवविक अर्थवयिसरा और बाजार

2018 और 2019 के लिए वैलविक संवृलधि पररदृश्य ल्थिर बना

हुआ है, हािांलक अंतलननिलहत अधोगामी जोलिम बढ़ गए हैं। उननत अथिनिव्यव्थिाओं (एई) में सतत मौलरिक नीलत सामान्यीकरण और वैलविक व्यापार व्यव्थिा से भी उभरते बाज़ारों (ईएम) में पूंजी- प्रवाह पर प्रलतकूि असर और ईएम ब्याज दरों एवं कॉपपोरेट

िाभांतरों (्प्रेड) पर उरवनिगामी दबाव पड़ सकता है। इस दौरान, ्यूएस शेि तेि की अत्यलधक आपूलतनि, चीनी मांग संबंधी

अलनलचितता और ईरान से तेि आपूलतनि की लचंताओं में उममीद से ज्यादा नरमी के कारण पण्यों, िासकर तेि की कीमतें कम हुई हैं।

घरेलू अर्थवयिसरा और बाजार

घरेिू मोचचे पर, दूसरी लतमाही : 2018-19 में सकि घरेिू

उतपाद (जीडीपी) में थिोड़ी लगरावट लदिा्यी दी है, जबलक मुरिा््ीलत लन्यंलरित रही है। लवत्ी्य ल्थिरता हेतु राजकोषी्य समेकन महतवपूणनि है क्योंलक वैलविक लवत्ी्य ल्थिलत्याँ प्रलतकूि

हुई हैं। लनलवलटि िागतों को बढ़ाती तेि की कीमतों का असर भारत के व्यापार की शततों पर संभावी लनलहताथिनि समेत अलनलचित बना हुआ है। घरेिू लवत्ी्य बाज़ारों में, ऋण मर्य्थिता में

संरचनातमक पररवतनिन और बैंकों और गैर-बैंकों के बीच लवकलसत होती अंतरसंबधिता बृहत्र सतकनिता की मांग करती हैं।

वित्तीय संसराएं: सुदृढ़ता और समुतरानशतीलता

अनुसूलचत वालणलज्यक बैंकों (एससीबी) की ऋण-संवृलधि मुख्यतः

लनजी क्ेरि के बैंकों (पीवीबी) के कारण लसतंबर, 2018 में बेहतर हुई है। बैंकों की आल्त-गुणवत्ा में सुधार हुआ है और एससीबी

का सकि अनजनिक आल्त (जीएनपीए) अनुपात माचनि, 2018 के

11.5 प्रलतशत से घटकर लसतंबर, 2018 में 10.8 प्रलतशत हो

ग्या है। उद्ोग लवश्ेषण दशानिता है लक िनन, िाद् प्रसं्करण और लनमानिण क्ेरिों में दबाव बढ़ रहा है।

आधाररेिा पररदृश्य के अंतगनित, जीएनपीए अनुपात लसतंबर, 2018 के 10.8 प्रलतशत से घटकर माचनि, 2019 में 10.3 प्रलतशत हो सकता है। संवेदनशीिता लवश्ेषण इंलगत करता है लक ्यलद पूंजी का अंतःप्रवाह नहीं होता और बैंक अपने का्यनिलनषपादन नहीं सुधारते तो तवररत सुधारातमक कारनिवाई के तहत सभी

सावनिजलनक बैंकों समेत 18 एससीबी 2एसडी आघात के अंतगनित जीएनपीए अनुपात की तुिना में अपेलक्त सीआरएआर बनाए रिने में लव्ि होंगे।

सूक्म, िघु और मर्यम उद्मों (एमएसएमई) के पोटनि्ोलि्यो

का लवश्ेषण दशानिता है लक एमएसएमई िंड में पीएसबी का

का्यनिलनषपादन अन्य मर्य्थिों, नामतः लनजी क्ेरि के बैंकों और गैर-बैंलकंग लवत्ी्य कंपलन्यों (एनबीएफ़सी) की तुिना में पीछे है।

्यह अंतलननिलहत और ्िीभूत- दोनों प्रकार के ऋण जोलिम के

मामिे में है, जो ऋण आकिन कौशि को और बेहतर बनाने की

आवश्यकता को रेिांलकत करता है।

लसतंबर 2017-लसतंबर 2018 की अवलध के लिए लवत्ी्य नेटवकनि

संरचना के लवश्ेषण से पता चिता है लक अंतर-बैंक बाजार में संकुचन आ्या है और लनलध जुटाने के लिए आल्त-प्रबंधन कंपलन्यों- म्यूचुअि ्ंड (एएमसी-एमएफ़) के साथि और उधार देने के लिए एनबीएफ़सी/हाउलसंग फ़ाइनेंस कंपलन्यों (एचएफ़सी) के साथि बैंक-लिंकेज बढ़ा है। बैंलकंग क्ेरि के लिए संक्ामकता

लवश्ेषण दो लवलभनन दृलटिकोणों से लक्या ग्या है। पहिा, लजसमें

पीएसबी की अंतलननिलहत रालषरिक गारंटी पर लवचार लक्या जाता है

(चूक का कोई मामिा नहीं) और दूसरा, लजसमें पीएसबी के चूक उतप्रेरक (लड्ालट लरिगसनि) पीवीबी जैसे हैं। इन दोनों दृलटिकोणों

के पररणामों में महतवपूणनि अंतर से अंतलननिलहत रालषरिक गारंटी

का समथिनिन नहीं रहने पर पीएसबी चूकों के कारण हुए लदवािा/

चिलनलध घाटों के संभालवत लव्तार का पता चिता है।

वित्तीय क्ेत्र: विवनयमन और उसमें हुई प्रगवत

वैलविक लवत्ी्य संकट (जीएफ़सी) के बाद, बैंक पूंजी व्यव्थिा

में प्रणािीगत समुतथिानशीिता बढ़ी हुई प्रतीत होती है। वैलविक लवत्ी्य बाजार में, िीबोर-पचिात व्यव्थिा में अंतरण का का्यनि

(14)

विहंगािलोकन

भी प्रगलत पर है। घरेिू मोचचे पर, ररज़वनि बैंक ने सरकारी प्रलतभूलत (जी-सेक) और रेपो बाजार को और अलधक गहन करने के लिए कई नीलतगत उपा्य शुरू लकए हैं। पूंजी बाजार में, म्यूचुअि ्ंड में प्रणािीगत लनवेश ्योजना (लसप) के मार्यम से लनवेश एक अचछा लवकलप है। भारती्य प्रलतभूलत और लवलनम्य बोडनि (सेबी) ने डेररवेलटव वगनि, म्यूचुअि ्ंड और पण्य डेररवेलटव बाजार के एकीकरण और लनगरानी को और अलधक सुदृढ़ करने और इसके साथि-साथि क्ेलडट रेलटंग एजेंलस्यों (सीआरए) के िुिासा

एवं पारदलशनिता मानदंडों और उननत करने के लिए कई कदम उठाए हैं।

लदवािा और शोधन-अक्मता व्यव्थिा, जो 2016 में प्रभावी

हुई, कॉपपोरेट कजनिदार के लदवािा समाधान के लिए एक बाजार- चालित, सम्यबधि प्रलक््या उपिबध करा रही है, लजससे लवत्ी्य सं्थिाओं को अपने तुिनपरिों को दुरु्त करने में मदद लमि

रही है। सबसे महतवपूणनि बात है लक ्यह मौजूदा ऋण-सं्कृलत और अनुशासन में आमूिचूि बदिाव िाने में सहा्यता कर रही है। पीएफ़आरडीए िगातार अलधक से अलधक नागररकों को

पेंशन दा्यरे में िा रहा है। प्रणािीगत रूप से महतवपूणनि घरेिू

बीमाकतानिओं (डीएसआईआई) की पहचान की प्रलक््या के आरंभ होने, जोलिम-आधाररत पूंजी (आरबीसी) के लक््यानव्यन और सीईआरटी-ल्न के पररचािन से, आईआरडीएआई बीमा

क्ेरि की समुतथिानशीिता को सुदृढ़ करने का प्र्यास कर रहा

है। ल्नटेक और सुपटेक के साथि का्यनि-व्यवहार बढ़ रहे हैं।

लवलन्यामक के लिए चुनौती ्यह है लक का्यनिक्मता और जोलिम- शमन के लववेकपूणनि उपा्यों के बीच एक संतुिन लबठा्या जाए तालक ल्नटेक द्ारा लमि रहे अवसरों को भुनाने में वह सक्म हो सके।

प्रणालतीगत जोविमों का मूलयांकन

सवचेक्ण के नतीजों के मुतालबक, लवत्ी्य बाजार जोलिमों को, लवत्ी्य प्रणािी को वैलविक जोलिमों के रूप में प्रभालवत करने

वािी उचच-जोलिम श्ेणी में रिा ग्या है, जबलक समलटि-आलथिनिक दशाओं और सं्थिागत ल्थिलत्यों के बारे में जोलिम धारणा को

लवत्ी्य प्रणािी को प्रभालवत करने वािे मर्यम-जोलिम के रूप में देिा ग्या है। सं्थिागत जोलिमों में, बैंकों की आल्त-गुणवत्ा

में लगरावट, अलतररक्त पूंजी आवश्यकता-जन्य जोलिम और साइबर जोलिम िगातार उचच जोलिम कारक बने रहेंगे।

(15)

अध्या् I

समष्टि-ष्ित्ती् जोष्िम

2018 और 2019 के लिए वैलविक संवृलधि पररदृश्य ल्थिर बना हुआ है, हािांलक अंतलननिलहत अधोगामी जोलिम बढ़ गए हैं । अमरीका

में नीलतगत दरों में ऊरवनिगामी रुझान और इसके साथि-साथि अमरीकी राजकोषों की अलधक आपूलतनि से उभरते बाज़ारों (ईएम) में

पूंजी-प्रवाह पर प्रलतकूि प्रभाव पड़ेगा और ब्याज दरों और कॉपपोरेट िाभांतरों (्प्रेड) पर ्यह ऊरवनिगामी दबाव डािेगा । इस दौरान, अमरीकी शेि तेि की अत्यलधक आपूलतनि, चीनी मांग संबंधी अलनलचितता और ईरान से तेि आपूलतनि की लचंताओं में उममीद से ज्यादा

नरमी के कारण पण्यों, िासकर तेि की कीमतें कम हुई हैं । घरेिू लवत्ी्य बाज़ारों में, ऋण मर्य्थिता में संरचनातमक पररवतनिन और बैंकों और गैर-बैंकों के बीच लवकलसत होती अंतरसंबधिता बृहत्र सतकनिता की मांग करती हैं ।

चयार्ट 1.1: ष्िश्व आष्््टक संिृष्धि दर

*: अनुमान

स्ोत: वर्ल्ड इकनॉममक आउटलुक, आईएमएफ़

िैष्श्वक अ््टव्िस्या

1.1 2018 और 2019 के मलए वैमविक संवृमधि 2017 स्तर के

3.7 प्रम्तश्त पर बने रहने का अनुमान1 है (चाट्ड 1.1), हालांमक मवस्तार कम सं्तुमल्त हो गया है और मपछली मवत्ीय मसथिर्ता

ररपोट्ड (एफ़एसआर) के प्रकाशन के बाद से वैमविक संवृमधि के

मलए अधोगामी जोमिम बढ़ गए हैं । वैमविक पीएमआई2 (चाट्ड 1.2), जो अब भी मवस्तारकारी है, गम्तमवमधयों के मंद पड़ने की

ओर भी संके्त कर्ता है । वयापार-द्ंद्, उनन्त अथि्डवयवसथिाओं

(एई) में मुद्ास्ीम्त-जोमिम और उनकी मौमद्क नीम्तयों और केंद्ीय बैंकों के ्तुलनपत्ों का सामानयीकरण जोमिम के मुखय चालक हैं । ्तथिामप, अनुमान है मक एई 2018 में 2.4 प्रम्तश्त (2017 की ्तुलना में अपेक्ाकृ्त ्तीव्र्तर दर) और 2019 में

2.1 प्रम्तश्त की दर से वृमधि करेंगे, वहीं उभर्ते बाजार और मवकासशील अथि्डवयवसथिाएँ (ईएम्लीई) 2018 और 20193 दोनों में 4.7 प्रम्तश्त की स्त्त दर से बढ़्ती रहेंगी । हालांमक परव्तती वर्ड सुदृढ़्तर ्लॉलर, वैमविक वयापार मोचचे पर उभर्ती

गम्तकी और भू-राजनैम्तक जोमिमों के प्रम्त संवेदनशील बने

रहेंगे ।

1.2 इस दौरान, एई की मवत्ीय मसथिम्तयाँ सख्त हुई हैं

कयोंमक उनकी मौमद्क नीम्त वयवसथिाएं सामानयीकरण की

ओर अग्रसर हैं । अमरीका की मवत्ीय मसथिम्तयों (चाट्ड 1.3) में

हामलया सख्ती मुखय्तः इमकवटी बाज़ारों में ्तेज उ्तार-चढ़ाव

चयार्ट 1.2: जेपती मॉर्टन ग्ोब् पतीएमआई

(म्लफयूजन इं्लेकस, ऋ्तुनुसार समायोमज्त, 50 से ऊपर=मवस्तार)

स्ोत: बलूमबग्ड

1 वर्ल्ड इकनॉममक आउटलुक, अक्ूबर 2018, अं्तरा्डष्ट्ीय मौमद्क कोर ।

2 क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) मवमनमा्डन एवं सेवा क्ेत्ों के सवास्थय का संके्तक है ।

3 वर्ल्ड इकनॉममक आउटलुक, अक्ूबर 2018, अं्तरा्डष्ट्ीय मौमद्क कोर ।

प्रम्तश्त

मववि उनन्त अथि्डवयवसथिाएँ

उभर्ते बाजार और मवकासशील अथि्डवयवसथिाएँ।

सूचका

ंक अक्तू-

मदसं- ्र- अप्रै-

जून- अग- अक्तू-

मदसं- ्र- अप्रै-

जून- अग- अक्तू-

मदसं- ्र- अप्रै-

जून- अग- अक्तू-

References

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वववरण

Tier 1 Capital, RWA and Accounting total assets of major global

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A Nineteenth Century Agenda and its implications. Meenakshi Mukerjee, Realism